गन्ने की लम्बाई बढ़ाने की सबसे अच्छी दवा कौन सी हैगन्ने की लंबाई बढ़ाने के लिए आप शहडोल 1000 का भी उपयोग कर सकते हैं. यह गन्ने की लम्बाई बढ़ाने की सबसे अच्छी दवा है जो सबसे अच्छी है।इसके लिए आप एड्रियन स्प्रे भी कर सकते हैं, यह गन्ने में मौजूद कीटाणुओं को मारकर उसकी लंबाई बढ़ाने में मदद करता है।
कई किसानों का मानना है कि गन्ने की फसल शराब और डिटर्जेंट से बेहतर होती है, क्योंकि इसके इस्तेमाल से फसल में कीट नहीं लगने से पैदावार बढ़ती है, जिससे गन्ना मोटा और लंबा होता है। कुछ किसान महंगे कीटनाशकों की जगह यूरिया में ऑक्सीटोसिन मिला रहे हैं। हालांकि, कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक इन तथ्यों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है, फिर भी किसान इस नई ‘तकनीक’ का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं।
तेतरांव के अजब सिंह को हीरो बायोसिस की पुनर्भरण लागत मात्र 125 रुपये प्रति बीघे से 110 क्विंटल प्रति बीघे की उपज मिली। किसान अंकुश के गन्ने के बीज/कच्छी में 48 पेड़ निकले तथा 120 कुन्तल प्रति बीघे उपज प्राप्त हुई। गांव साधारणपुर के किसान सुनील कुमार, आनंद कुमार, चंद्र कुमार, गांव घलौली के महिपाल सिंह, बास्तम के विकास कुमार, साधुराम प्रधान, जयप्रकाश मुखिया, गांव रणसूरा के ओमप्रकाश, चौ. गांव मिरगपुर के महेंद्र सिंह, चौ. महिपाल सिंह ने गन्ना लगाया था। है। दोबारा। बुआई से अच्छी पैदावार और बेहतरीन ग्रोथ की उम्मीद है.
गन्ने की देर से वृद्धि जुलाई माह से प्रारम्भ हो जाती है। गन्ने के फटने की प्रक्रिया को रोकने के लिए गन्ने की पत्तियों पर मिट्टी लगाने से गन्ने को गिरने से रोका जाता है।
फसल सुरक्षा
- बोरर के जैविक नियंत्रण के लिए इसमें 50000 ट्राइकोड्रामा अंडे शामिल हैं
- ट्राइकोकॉर्ड प्रति हेक्टेयर की दर से लगाएं. पत्तों के निचले भाग को कार्ड के टुकड़ों में काट लें
- इसे सतह पर चिपका दें. इस कार्य को दस दिन के अंतराल पर दोहरायें और
- भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान अक्टूबर तक ट्राइकोकार्ड करता रहेगा
- लखनऊ से प्राप्त किया जा सकता है।
- पाइरिला कीट के नियंत्रण के लिए एपिरिकेनिया परजीवी के कोकून
- या उन खेतों से अंडों के ढेर हटाकर जहां वे प्रचुर मात्रा में नहीं हैं
- गन्ने को पत्तों के पीछे बांध दें।