इस खेती से हर साल 10-15 लाख रुपये तक की कमाई हो जाती है.
किसान राजवीर सिंह ने बताया कि तीन साल पहले वह परंपरागत खेती करते थे। लेकिन इसी बीच उत्तर प्रदेश के किसानों को गन्ने की खेती से अच्छी सालाना आमदनी होती देख मैंने भी इसे तीन एकड़ में शुरू कर दिया। यह खेती 10 से 12 महीने में तैयार हो जाती है और तीन साल तक चलती है. गर्मी के मौसम में गन्ने की मांग अधिक रहती है. यही कारण है कि एक एकड़ में अच्छी कीमत मिलने से प्रति वर्ष 4 से 5 लाख रुपये की कमाई हो जाती है. इस खेती से मेरी सालाना आय 10-15 लाख रुपये तक है. वही किसान ने बताया कि गन्ने की खेती भारत की दूसरी मुख्य फसल है, जो किसानों को अधिक मुनाफा दे सकती है. गन्ने से चीनी, गुड़, शराब, बायोडीजल और अन्य उत्पाद बनाये जाते हैं जो किसानों को अधिक मुनाफा देते हैं।
गन्ने का सेवन करने के फायदे
गन्ना स्वास्थ्यवर्धक और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. इसमें कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और दांतों की समस्या भी कम करते हैं। गन्ने के रस के ये पोषक तत्व शरीर में रक्त के प्रवाह को भी सही रखते हैं। साथ ही इस जूस में कैंसर और डायबिटीज जैसी घातक बीमारियों से लड़ने की भी ताकत होती है।
एक एकड़ में 4 से 5 लाख की आमदनी
सबसे पहले आप अपने यहां बीज के अनुसार गड्ढा बना लें, उसमें गन्ने का लेबोंडा डालें। फिर इसमें गोबर की खाद और अन्य उर्वरक डालें. फसल साल में एक बार ही आती है. इसे लगाने के 2 मौसम होते हैं. यदि इसे दिवाली पर लगाया जाता है तो इसकी कटाई दिवाली पर ही की जाती है। दूसरा वैशाख माह में लगाया जाता है, फिर अगले वैशाख में ही इसकी कटाई की जाती है। 1 एकड़ में गन्ने की खेती करने में पहले साल एक लाख रुपये का खर्च आता है, जिसमें पैदावार 4 से 5 लाख तक होती है.
एक बार बीज बोयें, तीन साल तक निःशुल्क
दूसरे वर्ष इसकी लागत आधी हो जाती है, क्योंकि इसमें बीज बोने की आवश्यकता नहीं होती। एक बार में लगाया गया गन्ने का बीज 3 साल तक चलता है. इसकी पैदावार हर साल बढ़ती है. अभी गन्ना 14 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. एक गन्ने का वजन 3 किलो तक होता है. गन्ने का रस बेचने वाले भी खरीदते हैं या प्रॉपर्टी बनाने वाले भी खरीदते हैं। बाजार में ले जाने पर बेहतर दाम मिलते हैं।