Sugarcane Farming: गन्ना भारत की प्रमुख नकदी फसलों में से एक है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में गन्ने की फसल में लाल सड़न रोग का खतरा बढ़ गया है। यह रोग गन्ने की फसल को काफी नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए किसानों को इस बीमारी से बचाव के उपाय अपनाने चाहिए.
Sugarcane Farming:रेड रॉट रोग क्या है?
- रेड रॉट एक फंगल रोग है जो गन्ने के पौधे को सड़न पैदा करता है
- पौधे की पत्तियों और स्टेम पर लाल धब्बे नजर आते हैं
- पौधे की वृद्धि रुक जाती है और गन्ने की गुणवत्ता खराब हो जाती है
- फसल में कम चीनी की मात्रा और घाटे का नुकसान होता है
- रेड रॉट से बचाव के उपाय
Sugarcane Farming:खेत का चयन
- पिछले साल रेड रॉट वाले खेत में गन्ना मत बोएँ
- उस खेत का पानी दूसरे खेत में न जाने दें
- जमीन की जाँच
- बुवाई से पहले मिट्टी का परीक्षण कराएँ
- 10 किलो ट्राइकोडर्मा + गोबर की खाद मिलाकर छिड़काव करें
- बीज का चयन और उपचार
- रेड रॉट मुक्त खेत का बीज लें
- बीज का रासायनिक उपचार जरूर करें
- बुवाई के बाद भी रोग लगे तो
- प्रभावित पौधों को काटकर दफना दें
- ब्लीचिंग पाउडर का प्रयोग करें
इन उपायों को अपनाकर किसान अपनी गन्ने की फसल को लाल सड़न रोग से बचा सकते हैं। किसानों को जागरूक करने के लिए सरकार और संस्थाएं भी काम कर रही हैं. किसान भाई इस बीमारी से सावधान रहें और बचाव के उपाय अपनाएं। ऐसा करके वे अपनी गन्ने की फसल और आय बचा सकते हैं।