Success Story of Farmer Shikha Chaudhary: महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों के कदम से कदम मिला रही हैं। देश की राजनीति हो या कृषि क्षेत्र, आज हम आपको एक ऐसी महिला किसान की कहानी बताएंगे जो दूसरी महिलाओं के लिए मिसाल हैं। इन महिला किसानों को अच्छा मुनाफा हो रहा है. आइए आपको बताते हैं महिला किसान शिखा चौधरी के बारे में…
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में रहने वाली शिखा चौधरी एक महिला किसान होने के साथ-साथ एक महिला कृषि-उद्यमी भी हैं। उन्होंने केवीके की मदद से खाद्य उत्पादों के विपणन के बारे में ज्ञान प्राप्त किया और वर्तमान में अच्छा मुनाफा कमा रही हैं। इसके अलावा वह एक महिला स्वयं सहायता समूह का भी प्रतिनिधित्व कर रही हैं. शुरुआती समय में उन पर काफी जिम्मेदारियां थीं. वहीं मंदी के कारण जिले में रोजगार के अवसर भी कम हो गए। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए शिखा ने एक स्वयं सहायता समूह की शुरुआत की।
मिलिए महिला किसान श्रीमती शिखा चौधरी से..
वह एक महिला किसान हैं और हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की एक महिला कृषि-उद्यमी भी हैं।
उन्होंने #KVK की मदद से खाद्य उत्पादों के विपणन के बारे में ज्ञान प्राप्त किया और वर्तमान में अच्छा मुनाफा कमा रही हैं। #एग्रीगोई #नारीशक्ति pic.twitter.com/bhPtWpUvrw
– एग्रीकल्चर इंडिया (@AgriGoI) 23 सितंबर, 2023
कई तैयार उत्पाद
शिखा के परिवार के पास 10 कनाल जमीन है. जहां वह गेहूं, धान और सब्जियों की खेती करती हैं। इसके साथ ही शिखा ऑयस्टर मशरूम की खेती और मार्केटिंग भी करती हैं। वर्ष 2016 में केवीके द्वारा आयोजित व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम में वैज्ञानिक प्रसंस्करण के साथ-साथ खाद्य विपणन उत्पादों के विभिन्न पहलुओं के बारे में सीखा। इसके बाद उन्होंने अपने समूह के विभिन्न उत्पाद तैयार किये। जिसमें अमचूर पाउडर, त्रिफला पाउडर, सेवई, सीरा, सेपुबड़ी, दलिया, अचार आदि शामिल हैं।
युवाओं को रोजगार
वर्तमान में उनका समूह वर्ष 2017-18 की तुलना में 1 लाख 38 हजार रूपये की अतिरिक्त आय अर्जित कर रहा है। शिखा चौधरी ने अन्य बेरोजगार युवाओं को भी रोजगार दिलाया है.