किसानों को मुफ्त फसल बीज देगी सरकार, जल्दी लें लाभ बिहार के किसानों के लिए भी बहुत अच्छी खबर है। राज्य सरकार ने अब अनियमित मानसून, सूखा, बाढ़, सूखा और ओलावृष्टि की स्थिति में किसानों को विभिन्न फसलों के बीज उपलब्ध कराने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है।
50 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे
आपको बता दें कि इस अहम फैसले में राज्य सरकार ने करीब 50 करोड़ रुपये की लागत से खरीफ-23 में आकस्मिक फसल योजना के माध्यम से फसलों के बीज वितरण की योजना को लागू करने का भी निर्णय लिया है. इससे किसानों को वैकल्पिक फसल उत्पादन में भी सुविधा होगी। साथ ही किसानों की आय में भी और वृद्धि होगी।
बीज कंपनियां हर जिले में काम कर सकेंगी
बैठक में शाही ने हर साल होने वाले कृषि कुंभ की तैयारियों, बाजरा पुनरुद्धार कार्यक्रम, स्वचालित मौसम स्टेशन की स्थापना, स्वचालित वर्षा गेज, यूपी राज्य कृषि औद्योगिक निगम की वित्तीय स्थिति और खरीफ मौसम में उर्वरकों की उपलब्धता की भी समीक्षा की. इस दौरान बीज वितरण के लिए चिन्हित कंपनियों की सुरक्षा राशि को 500 रुपये से कम करने का निर्णय लिया गया. 10 लाख से रु 5 लाख।
साथ ही यूपी के सभी जिलों में बीज वितरण का काम भी इन कंपनियों को करने दिया जाएगा. बैठक में शाही ने बीज केन्द्रों पर बायोमैट्रिक मशीन लगाने के निर्देश दिये, ताकि पात्र किसानों को हाईब्रिड बीज की मिनीकिट समय पर उपलब्ध करायी जा सके. इसके साथ ही बाजार में मौजूद कंपनियां हर जिले में अपने बीज के स्टॉल लगाएंगी, ताकि किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज समय पर बिना किसी परेशानी के मिल सके।
किसान बाजार से भी बीज खरीद सकेंगे
इस योजना में बायोमीट्रिक तकनीक अपनाने के बाद किसानों को बाजार से बीज खरीदने का विकल्प भी दिया जाएगा। इसके लिए योजना के पात्र किसानों को सब्सिडी टोकन दिया जाएगा। बायोमीट्रिक तकनीक से चिन्हित पात्र किसान अपनी आवश्यकता के अनुसार बाजार से बीज खरीद सकेंगे। टोकन के आधार पर सब्सिडी का पैसा डीबीटी के माध्यम से किसानों के बैंक में जमा कराया जायेगा.
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के कल्याण के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के इस्तेमाल पर भी जोर दे रही है। इसी क्रम में पंचायत स्तर पर एआई आधारित स्वचालित मौसम केंद्र और स्वचालित वर्षामापी स्थापित किए जाएंगे। इन केन्द्रों के माध्यम से किसानों को स्थानीय स्तर पर हो रही मौसमी गतिविधियों की जानकारी मोबाइल एप्लीकेशन एवं पंचायत सहायक के माध्यम से उपलब्ध करायी जायेगी. मौसम संबंधी स्थिति की जानकारी मिलने पर किसान बेहतर कृषि प्रबंधन रणनीति अपना सकेंगे।
मुख्यमंत्री की स्वीकृति से प्रदेश के 500 वर्ग मीटर क्षेत्र में 5 लाख किसानों और 100 वर्ग मीटर क्षेत्र में 15 लाख किसानों को कॉम्बो किचन गार्डन किट उपलब्ध कराई जाएगी.
कॉम्बो किचन गार्डन किट में खरीफ की फसल के लिए टिंडा, भिंडी, मिर्च, ग्वार, लौकी, टमाटर और बैंगन, रबी की फसल के लिए पालक, गाजर, मिर्च, मटर, मूली, टमाटर और बैंगन और ज़ैद की फसल के लिए खीरा, टिंडा, भिंडी शामिल हैं। लौकी और ग्वार बीज शामिल हैं।
रबी सीजन 2023-24 के लिए 11 लाख किसानों को कॉम्बो किचन गार्डन निःशुल्क वितरित किए जाएंगे। इसी तरह जायद-2024 के लिए 2 लाख किसान इससे लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में बजट वर्ष 2023–24 में घोषणा की थी।