Ganna Bhav- गन्ने के मूल्य में वृद्धि। जानिए गन्ना मूल्य, चीनी मील में गन्ना मूल्य की जानकारी।
अगर आप भी गन्ने की खेती करते हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. केंद्र सरकार ने गन्ना किसानों के लिए बड़ा फैसला लिया है. हर साल की तरह इस बार भी केंद्र सरकार ने गन्ने की कीमत में बढ़ोतरी कर दी है.
गन्ना मूल्य बढ़ने से किसान गन्ना उत्पादन की लागत कम कर सकेंगे। चीनी सीजन 2022-23 के लिए किसानों के लिए गन्ने का एफआरपी 10.25 प्रतिशत की मूल रिकवरी दर 305 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है।
सरकार के इस फैसले के बाद 10.25 फीसदी से ऊपर रिकवरी में हर 0.1 फीसदी की बढ़ोतरी पर 3.05 रुपये प्रति क्विंटल का फायदा होगा, जबकि हर 0.1 फीसदी की कमी पर 3.05 रुपये प्रति क्विंटल की कमी होगी. लेकिन जिन चीनी मिलों में रिकवरी 9.5 फीसदी से कम है, वहां कटौती नहीं होगी.
गन्ना मूल्य – गन्ने का नया मूल्य
गन्ना भाव: माननीय प्रधानमंत्री जी की अध्यक्षता में कैबिनेट ने किसानों के हित में फैसला लिया है। इस चीनी सीजन के लिए गन्ने का नया एफआरपी मूल्य जारी किया गया है, जिसके मुताबिक इस बार गन्ने की कीमत में 15 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है।
पिछले साल गन्ने की कीमत 290 रुपये प्रति क्विंटल थी, जो इस साल बढ़कर 305 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है, जिससे किसानों को गन्ने की फसल की लागत कम करने में काफी मदद मिलेगी.
पिछले 10 वर्षों का गन्ना मूल्य विवरण
पिछले दस सालों में हर साल गन्ने की कीमत बढ़ी है. पिछले दस वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा बढ़ाए गए गन्ने के दामों की सूची नीचे दी गई है।
वर्ष | गन्ना भाव (FRP) |
2013-14 | 210 रुपए |
2014-15 | 220 रुपए |
2015-16 | 230 रुपए |
2016-17 | 230 रुपए |
2017-2018 | 255 रुपए |
2018-2019 | 275 रुपए |
2019-20 | 275 रुपए |
2020-21 | 285 रुपए |
2021-22 | 290 रुपए |
2022-23 | 305 रुपए |
गन्ने का मूल्य राज्य सरकार अलग से तय करती है
गन्ने का उचित मूल्य हर साल केंद्र सरकार द्वारा तय किया जाता है। जिसके बाद राज्य सरकार अलग से गन्ने की कीमत तय करती है जो राज्य सरकार द्वारा तय की गई एफआरपी से अधिक होती है। राज्य सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य के आधार पर ही चीनी मिलों द्वारा गन्ना खरीदा जाता है। विभिन्न राज्यों में गन्ने की कीमत इस प्रकार है-
- उत्तर प्रदेश – 340 रुपये/क्विंटल
- हरियाणा – 362 रुपये/क्विंटल
- पंजाब – 360 रुपये/क्विंटल
- बिहार- 335 रुपये/क्विंटल
गन्ना भुगतान की स्थिति
आमतौर पर गन्ना मूल्य भुगतान एक बड़ी समस्या है. कई बार किसानों को लंबे समय तक उनके गन्ने का भुगतान नहीं मिल पाता है. लेकिन पिछले कुछ सालों में इस समस्या पर काफी सुधार हुआ है। आंकड़ों के मुताबिक 91.42 फीसदी गन्ने का भुगतान हो चुका है.
2020-21 में लगभग 92,938 करोड़ रुपये का गन्ना भुगतान बकाया था, जिसमें से लगभग 92,710 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। जबकि चीनी सीजन 2021-22 में लगभग 115196 करोड़ रुपये में से 105322 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है.