गर्मियों में पशुओं को खिलाएं ये घास, दूध उत्पादन में होगा इजाफा अजोला पशु आहार एजोला पशु आहार एक प्रकार की घास है जो पानी पर उगाई जाती है। इसे जानवरों के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट के रूप में जाना जाता है। अजोला पशु आहार में मैग्नीशियम, तांबा, मैंगनीज, फास्फोरस, लोहा और कैल्शियम सहित कई पोषक तत्व होते हैं। इसके साथ ही इसमें कई तरह के विटामिन भी पाए जाते हैं, जिनमें अमीनो एसिड, प्रोबायोटिक्स और बायो-पॉलीमर शामिल हैं जो दूध के उत्पादन को बढ़ाते हैं। कहा जाता है कि इसे खिलाने से पशु अधिक दूध देने लगते हैं।
नेपियर घास
नेपियर घास मुख्य रूप से थाईलैंड की घास है, लेकिन अब इसे भारत में किसानों द्वारा उगाया जा रहा है। यह घास बिल्कुल गन्ने की तरह दिखती है। भारत में लोग इसे हाथी घास के नाम से जानते हैं। इस घास को बंजर भूमि पर भी उगाया जा सकता है। ऐसे में इसकी खेती में बहुत ही कम खर्च करना पड़ेगा. नेपियर में सामान्य हरी घास की तुलना में 20% अधिक प्रोटीन होता है। साथ ही इसमें 40 फीसदी क्रूड फाइबर पाया जाता है. नेपियर घास लगाने के बाद यह 45 दिन में पूरी तरह तैयार हो जाती है। यदि किसान भाई गर्मी के मौसम में पशुओं को नेपियर घास खिलाएंगे तो मवेशी पहले की तरह दूध देते रहेंगे।
दुग्ध उत्पादन में वृद्धि होगी
- पशु चिकित्सकों के अनुसार गर्मी के मौसम में पशु सुस्त हो जाते हैं।
- ऐसे में वे चारे का सेवन कम कर देती हैं, जिससे उनकी दूध देने की क्षमता कम हो जाती है।
- ऐसे में अगर किसान भाई मवेशियों को विशेष प्रकार की हरी घास खिलाएं तो मवेशी पहले की तरह ही दूध देते रहेंगे।
- इसके साथ ही गाय-भैंस को हमेशा छाया में बांधकर सुबह-शाम पानी से नहलाएं। इससे गर्मी के मौसम में मवेशी स्वस्थ रहते हैं।
- तो आइए आज जानते हैं गर्मी के मौसम में मवेशियों को खिलाई जाने वाली मुख्य तीन घासों के बारे में।
कंबाला चारा
- जिन किसानों के पास खेती के लिए जमीन नहीं है, ऐसे किसान कम्बाला चारे को घर के अंदर ही उगा सकते हैं।
- कंबाला चारे की खेती के लिए अलमारी जैसा ढांचा तैयार किया गया है, जो बिल्कुल फ्रिज जैसा दिखता है।
- इस संरचना को हाइड्रोपोनिक्स कंबाला मशीन के नाम से भी जाना जाता है।
- इस मशीन में घास उगाने के लिए अलग-अलग सांचे बनाए जाते हैं, जिनमें बीज डालकर आप सालों तक हरी घास उगाकर मवेशियों को खिला सकते हैं।
अजोला पशु चारा
- अजोला पशु चारा एक प्रकार की घास है जो पानी पर उगाई जाती है। इसे जानवरों के लिए प्रोटीन सप्लीमेंट के रूप में जाना जाता है।
- अजोला पशु आहार में मैग्नीशियम, तांबा, मैंगनीज, फास्फोरस, लोहा और कैल्शियम सहित कई पोषक तत्व होते हैं।
- इसके साथ ही इसमें कई तरह के विटामिन भी पाए जाते हैं, जिनमें अमीनो एसिड, प्रोबायोटिक्स और बायो-पॉलीमर शामिल हैं जो दूध के उत्पादन को बढ़ाते हैं कहा जाता है कि इसे खिलाने से पशु अधिक दूध देने लगते हैं।