गन्ना पर्ची कैलेंडर 2024: अब किसानों के लिए गन्ना बिक्री पर्ची प्राप्त करना इतना आसान नहीं होगा। किसानों को कुछ बातों का ध्यान रखना होगा, अन्यथा उन्हें बिक्री के लिए पर्ची प्राप्त करने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। यदि किसान गन्ने की पत्तियां, पराली या कूड़ा जलाते हैं तो उन्हें गन्ना बेचने के लिए पर्चियां नहीं दी जाएंगी। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने इस संबंध में निर्देश जारी किये हैं. एनसीआर के साथ-साथ पूरे प्रदेश के हर जिले में पराली जलाने जैसी घटनाओं को लेकर सख्त कार्रवाई की जा रही है और इन गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगाने को कहा गया है. बुधवार को मुख्य सचिव ने मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान इस तरह के निर्देश दिये.
Overview of UP Ganna Parchi Online Calendar
योजना का नाम : गन्ना पर्ची कैलेंडर
आरम्भ की गई : उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा
वर्ष : 2024
लाभार्थी : राज्य के खेतिहर गन्ना उत्पादक किसान
गन्ना पर्ची कैलेंडर देखने की प्रक्रिया ऑनलाइन
उद्देश्य : प्रक्रिया में पारदर्शिता
लाभ : किसानो के समय की बचत
श्रेणी : उत्तर प्रदेश सरकारी योजनाएं
आधिकारिक वेबसाइट : https://caneup.in/
पराली जलाना
कहा गया है कि पराली या कूड़ा जलाने जैसी गतिविधियों को रोकने के लिए जिला और पुलिस प्रशासन लगातार सक्रिय है. जहां भी ऐसी घटनाएं होंगी, संबंधित कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. दो एकड़ से कम क्षेत्रफल पर 2500 रुपये, दो से पांच एकड़ क्षेत्रफल पर 5000 रुपये और पांच एकड़ से अधिक क्षेत्रफल पर पराली जलाने जैसी घटनाओं पर 15000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। दोबारा पकड़े जाने पर जुर्माना राशि बढ़ा दी जाएगी जो अनिवार्य रूप से वसूली जाएगी।
पराली जलाने पर जुर्माना लगाया जाएगा
- 1 एकड़ से कम क्षेत्रफल के लिए 2500 रुपये का जुर्माना।
- 2 से 5 एकड़ क्षेत्र के लिए 5000 रुपये का जुर्माना.
- 5 एकड़ से अधिक भूमि के लिए 15000 रुपये का जुर्माना।
- दोबारा पकड़े जाने पर जुर्माना बढ़ा दिया जाएगा।
- जुर्माना वसूली अनिवार्य की जाएगी।
गन्ना पर्ची कैलेंडर 2023-24 व उनकी वेबसाइट का विवरण
उत्तर प्रदेश में वर्तमान समय में 113 चीनी मील कार्य कर रहे हैं। इन्हीं चीनी मील द्वारा गन्ना विकास एवं वितरण संबंधित सभी जानकारियां प्राप्त करने के लिए सरकार द्वारा अलग-अलग वेबसाइट लांच की गई है जो कि कुछ इस प्रकार हैं।