Sugercane Price 2024 : गन्ना मूल्य में फिर से बदलाब, जल्द देखे कितने रुपया क्विंटल होगा गन्ना : जल्द देखे नया रेट क्या है

गन्ना उद्योग की महत्ता

उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों की संख्या अन्य सभी राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा है। यहां गन्ना उद्योग से जुड़े किसानों की बड़ी संख्या है, लेकिन इन किसानों को गन्ने का मूल्य अन्य राज्यों के मुकाबले बहुत कम मिल रहा है। यह स्थिति किसानों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है, जिसके चलते किसान संगठनों ने अपनी नाराजगी व्यक्त की है और सरकार से गन्ना मूल्य बढ़ाने की मांग की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे पर ध्यान देने का आश्वासन दिया है और राज्य सरकार ने गन्ना मूल्य बढ़ाने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।

अगामी मूल्य घोषणा की उम्मीद

अगर सब कुछ सही रहता है, तो राज्य सरकार दुर्गा पूजा या दिवाली से पहले गन्ना मूल्य में वृद्धि की घोषणा कर सकती है। सरकार द्वारा बढ़ाए गए समर्थन मूल्य (MSP) से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है।

मौजूदा और भविष्य के मूल्य

साल 2021 में, सरकार ने गन्ने के MSP में ₹5 की बढ़ोतरी करके इसे ₹290 प्रति क्विंटल किया। इसके बाद, 2022 में ₹15 की वृद्धि कर इसे ₹305 प्रति क्विंटल किया गया। मौजूदा स्थिति को देखते हुए, किसानों को उम्मीद है कि सरकार गन्ने के समर्थन मूल्य में 30 से 35 रुपये की और बढ़ोतरी कर सकती है। वर्तमान में, उत्तर प्रदेश में गन्ने का समर्थन मूल्य ₹350 प्रति क्विंटल है। अगर इसमें 30-35 रुपये की बढ़ोतरी होती है, तो मूल्य ₹380-385 प्रति क्विंटल तक पहुंच सकता है।

गन्ना मूल्य की घोषणा
गन्ना मूल्य की घोषणा

किसानों की प्रतिक्रियाएँ

किसानों ने सरकार के इस निर्णय की सराहना की है। कुछ किसानों का मानना है कि पिछले वर्षों में उनकी परेशानियों के मुकाबले यह एक सकारात्मक बदलाव है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है। अमरजीत राय पिडुथ के अनुसार, पहले पशुपालक खेतों से गन्ना मुफ्त में ले जाते थे, लेकिन अब उन्हें इसके लिए मजदूरी देना होगी, जो स्थिति में सुधार लाएगा।

उत्पादन लागत और मजदूरी का मुद्दा

हालांकि, कुछ किसानों ने इस फैसले को अपर्याप्त बताया है। रविन्द्र यादव ने कहा कि गन्ने की उत्पादन लागत तथा गन्ना छीलने वालों की मजदूरी बढ़ने के कारण मूल्य बढ़ाने की आवश्यकता है। रंगनाथ राय ने यह सुझाव दिया कि यदि केंद्र सरकार गेहूं, धान और अन्य कृषि उत्पादों की तर्ज पर हर साल गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाए, तो इससे चीनी मिलों और किसानों दोनों की स्थिति में सुधार हो सकता है।

अंत में

केंद्र सरकार की ओर से गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाने की घोषणा से गन्ना किसानों की परेशानियों में कुछ हद तक कमी आएगी। अब इस बात का इंतजार है कि राज्य सरकार गन्ने का मूल्य कितनी बढ़ोतरी के साथ निर्धारित करती है। यदि राज्य सरकार 20 रुपये प्रति क्विंटल मूल्य बढ़ाती है, तो यूपी में गन्ने का मूल्य ₹380 प्रति क्विंटल होगा, जो किसानों के लिए एक अच्छा संकेत है।

इस प्रकार, 2024 में गन्ने के मूल्य में होने वाली संभावित बढ़ोतरी से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार की उम्मीद बनी हुई है।