Cashew Cultivation: काजू की खेती कर किसान भाई अच्छा मुनाफा हासिल कर सकते हैं. इसकी खेती के दौरान अच्छे बीज के चयन से लेकर बढ़िया सिंचाई व्यवस्था का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
अगर आप भी खेती से मोटा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो यह खबर आपके काम की है। यहां हम आपको बताएंगे कि कैसे आप काजू की खेती कर बेहतरीन फायदा पा सकते हैं. काजू एक ड्राई फ्रूट है जो बच्चों से लेकर बड़ों तक को बहुत पसंद आता है. इसके अलावा इसकी सप्लाई विदेशों में भी की जाती है.
आपको बता दें कि काजू सूखे मेवे के रूप में काफी लोकप्रिय है. एक पेड़ की ऊंचाई 14 मीटर से 15 मीटर तक होती है। इसके पौधे 3 साल में फल देने के लिए तैयार हो जाते हैं. काजू के छिलकों का भी प्रयोग किया जाता है. छिलके से पेंट और चिकनाई पदार्थ बनते हैं। इसलिए इसकी खेती बहुत फायदेमंद है. काजू का पौधा गर्म तापमान में अच्छा विकास करता है। इसकी खेती के लिए 20-35 डिग्री सेल्सियस तापमान उत्तम होता है. इसे किसी भी प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है। लेकिन लाल बलुई दोमट मिट्टी इसके लिए बेहतर होती है.
काजू का पौधा एक बार लगाने पर कई वर्षों तक फल देता है। पेड़ लगाने में समय लगता है. एक हेक्टेयर में पांच सौ काजू के पेड़ लगाये जा सकते हैं. जानकारों का कहना है कि एक पेड़ से 20 किलो काजू प्राप्त होता है. एक हेक्टेयर में 10 टन काजू का उत्पादन होता है. इसके बाद प्रक्रिया की लागत आती है. एक किलो काजू 1200 रुपये में बिकता है। ज्यादा पेड़ लगाने से आप करोड़पति ही नहीं करोड़पति भी बन जाएंगे।
इन राज्यों में बंपर पैदावार होती है
भारत में काजू का उत्पादन केरल, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में होता है।
इन बातों का ध्यान रखना होगा
- अच्छे बीज चुनें
- काजू के पौधों के लिए अच्छी भूमि का चयन करें
- काजू की किस्म चुनें
- पौधे बोना
- कीट एवं रोग नियंत्रण
- अच्छी सिंचाई व्यवस्था